What is Server (Computing) in Hindi – कंप्युटर नेटवर्किंग मे सर्वर…

Hello दोस्तों आज के इस article मे हम server के बारे मे जानेंगे। आजकल सब लोग internet का use करते है और अगर हमें कोई जानकारी चाहिए हो तो हम उसे तुरंत internet पर search करते है, आपको इन results तक पहुचाने के लिए बहुत सारी process होती है जिनमे से एक process का नाम server है आज के इस article मे हम server के बारे मे विस्तार से जानेंगे।

Server का नाम आपने अक्सर सुन होगा जैसे जब आप बैंक मे होते है तो बहुत बार ऐसा होता है की bank मे आप के कोई भी काम नहीं हो पाते है reason पूछने पर हमे पता चलता है कि server down है।

ऐसे ही जब आप आप किसी job के लिए कोई form भरते है तो क्योंकि उस समय आप जैसे बहुत सारे लोग उस job के लिए apply कर रहे होते है तो website पर load बढ़ जाता है जिससे की website खुल नहीं पाती है और जब हम cyber café मे इसका reason पूछते है तो हमे इसका एक ही जवाब मिलता है कि server down है।

 

Server क्या है?

Server एक  computer program या device है जो कि किसी अन्य computer program और उसके user को services provide करता है। जो computer server से data receive करता है वह computer client कहलाता है।

यह client computer को login request process, files access, storage, internet access और printing access जैसी services provide करता है, इस प्रकार का architecture client server model कहलाता है।

वह computer या machine जो किसी computer की request के आधार पर उस network connection को data provide करता है server कहलाता है।

जिन computer या machine का प्रयोग server के तौर पर होता है वह computers कुछ extra hardware जैसे ज्यादा external memory (RAM), ज्यादा storage capacity, high processing speed की आवश्यकता होती है।

इस client server model  मे, computer एक इस प्रकार के computer model का example है जो कि किसी अन्य प्रोग्राम को local area network (LAN) या wide area network (WAN) पर service provide करता  है जो कि किसी एक या अलग अलग computers पर run कर रहे होते है।

जिस तरह से Web Browser हमारे Computer में Internet से आने वाली Data को Receive करता है उसी तरह Server Data को भेजने का काम करता है। हमारा Web Browser Server द्वारा Send किए गए Data को Receive करता है।

जैसे – यदि हमें अपने Browser में Youtube पर कोई सी Video Search करनी है या Google पर कोई Information Search करनी है, तो जो भी Results हमे दिखाई देते है, उस Website का Data जहाँ Store रहता है, सर्वर हमे Request करने पर वहां से Data Provide करता है।

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Server कैसे काम करता है?

जब हम browser मे किसी किसी website का URL या कोई query type करते है जैसे https://ehindilearning.com/ तो आपका browser उस website को host करने वाले server के साथ communicate करता है, ताकि आपने browser पर जिस चीज के लिए search किया है वो आपको मिल सके।

इसके बाद browser आपके द्वारा डाले गए URL को तीन हिस्सों मे break करता है पहला HTTP (hyper text transfer protocol), दूसरा server name और तीसरा file name. इसके बाद browser उस website के server name को IP address मे translate करता है जैसा की हमने अपने पिछले article मे जाना था कि हर website का अपना unique IP address होता है जिसके कारण browser किसी server से जुड़ पाता है।

अब जब browser और server आपस मे connect हो जाते है तो browser आपकी request को server तक भेज देता है और आपके द्वारा मांगे हुए web page की request करता है, server मे ये सभी files HTML documents के रूप मे होती है जिन्हे browser द्वारा web page के रूप मे परिवर्तित कर दिया जाता है यह आपकी request screen पर दिखाई देती है।

इसे हम एक और उदाहरण से समझते है जिसे हम आजकल बहुत ज्यादा use करते है अगर आप YouTube पर किसी प्रकार की Video देखना चाहते है, जिसके लिए Video का Name Search Box में Search करते है, तो यह एक Request के रूप में Server को प्राप्त होता है।

ये Request Internet के जरिये Youtube के Server पर चला जाता है, जहाँ Youtube का सारा Data Store रहता है, उसके बाद सर्वर आपके द्वारा Search किये गये Video को Stored Data में से ढूँढता है और उसके बाद आपके सामने Results के रूप में Show करता है।

 

Server कितने प्रकार के होते है?

Server उनकी अलग अलग services के हिसाब से अलग अलग प्रकार के होते है।

 

1:- web server:- web server मे internet पर जितनी भी website है उनका data store रहता है और यह server web browser से जुड़ा रहता है। जब भी कोई user web browser मे किसी website को देखने के लिए request करता है, तब ये browser web server से connect होकर website का data user को provide कर देता है।

 

2:- Application Server: एप्लिकेशन सर्वर क्या है, यह एक ऐसा program है जो उपयोगकर्ता और संगठन के Back-end business application या database के सभी application संचालन को संभालता है। यह एक ऐसा framework है, जहाँ सभी application को develop  करने और चलाने के लिए एक application server का उपयोग किया जाता है।  यह कई प्रकार के होते है जैसे- PHP, Java

3:- Proxy Server: जिसे आमतौर पर “proxy” भी कहा जाता है. यह user और internet के बीच gateway के रूप में कार्य करता है. जब एक client, proxy server से जुड़ता है और किसी service के लिए request  करता है। यह network connection sharing, network data filtering और data caching करने के लिए client program और external server के बीच mediator की तरह कार्य करता है।

4:- File Server: मुख्य रूप से किसी network के भीतर file store करने के लिए जगह प्रदान करता है। ये files text document से लेकर multimedia, photos तक कुछ भी हो सकती है।  server model में एक file server को computer ही कहा जाता है, क्योंकि यह data files को store और manage करने के लिए जिम्मेदार होता है।

5:- Mail Server:– यह ऐसा server है, जो internet में एक network पर email को संभालता है और deliver करता है।  Mail server को mail server transfer agent (MTA) या internet mailer भी कहा जाता है, हर email जो हमारे द्वारा भेजा जाता है वह mail server  की एकseries से होकर गुजरता है।  जब आप कोई email send करते है, तो यह तुरंत दूसरे तक पहुंच जाता है।

6:- FTP Server: इसका पूरा नाम File transfer protocol है, जिसका कार्य online file transfer करना होता है. जब आप web browser  पर किसी web-page का अनुरोध करते है, browser इसी protocol के माध्यम से आपको वह फाइल provide करवट है। FTP दुनिया के किसी भी computer में files transfer करने का एक तरीका है, जो इंटरनेट से जुड़ा हुआ है।

7:- Print server:- print server एक ऐसा server है जो कि network पर printer को client computer से connect करता है। यह server printers को उनके लिए उपयुक्त jobs को except करता है और अलग अलग printer के काम को manage करता है।

8:- Database Server: एक computer system है जिसका कार्य database से data को access करने और पुनः प्राप्त करने से सम्बंधित सेवाएं प्रदान करना होता है।  यह warehouse के समान है, जहां website का data और information को store और maintain करके रखा जाता है।

9:- audio/video server:- इसी server की मदद से multimedia application मे वो ability आती है जिससे कि वो multimedia content को websites मे broadcast कर पाती है।

10:- chat server:- यही वो server है जिसकी मदद से बहुत सारे users आपस मे conservation कर पाते है। और एक दूसरे के साथ data और information को share कर पा रहे है।

11:-Backup server:- backup server मे backup software install होता है, इसमे बहुत ज्यादा network storage होती है जो की या सुनिश्चित करती है कि primary server मे किसी भी तरह का नुकसान होने पर network पर किसी भी तरह का प्रभाव न पड़े। यह clustering कहलाता है।  

इसी तरह से server के अनेकों types है जिन्होंने हमारी परेशानियों का समाधान किया है।

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आपने अक्सर देखा होगा की कभी जब आप किसी cyber café या bank या किसी अन्य ऐसी जगह पर होते जहां पर internet से related काम होता हो तो कभी कभी वह कोई काम हम नहीं कर पाते है क्योंकि server down हो जाता है इसके कई reason हो सकते है जैसे:-

Power failure

Network problem

Application crash

Operating system crash

तो चलिए जानते है कि आखिर server down कैसे होता है?

 

Server down कैसे होता है?

ऐसी situation अक्सर तब आती है जब किसी website पर ज्यादा traffic आ  जाता है या server मे RAM कम है, तो website मे error आने लग जाते है जिस कारण सभी लोगों को एक साथ service provide नहीं की जा सकती है। इसी situation को server down होना कहते है। ऐसी situation मे अक्सर आपको server not found या server not responding जैसे मैसेज दिखाई देते है।

 

Conclusion

आज के इसस article के माध्यम से हमने जाना कि server क्या होता है और server के बारे मे और भी मुख्य बातें आज हमने जानी। आशा है की यह article आपके लिए helpful रहा होगा। अगर आपको इस topic पर ज्यादा जानकारी चाहिए तो आप हमें comment के माध्यम से बता सकते है।

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