What is CSS in Hindi – CSS क्या है? पूरी जानकारी…

Hello  दोस्तों आज यह article आपके लिए है अगर आप Web Designing सीखना चाहते है, यह Article आपके लिए है अगर आप Website बनाकर उसके माध्यम से पैसा कमाना चाहते है, यह Article आपके लिए है web Designing से related कोई भी काम करना चाहते है, क्योंकि आज के इस Article मे हम CSS Language के बारे मे जानना चाहते है।

अगर आप भी चाहते है कि आप अगर किसी company मे काम करे और उसके लिए वो Company आपको एक अच्छी Salary pay करे तो आप CSS जैसी Programing Language जरूर सिखनी चाहिए।

 

सिर्फ नौकरी ही नहीं बल्कि अगर आप CSS को सीख लेते है तो आपको Individually भी Web Designing से Related बहुत से काम मिलते है जिसके लिए आपको एक बहुत अच्छी Payout भी मिलती है। आप चाहे तो अपनी कोई website भी शुरू कर सकते है और अगर आप हमारी website मे Article पढ़ते रहते है तो आप जानते ही होंगे कि Website के माध्यम से कितना पैसा कमाया जा सकता है।

अगर इस इस प्रकार की Programing Language को सीख लेते है तो आप अपना Startup जैसे Website designing और इससे related और कोई काम खुद से start कर सकते है।

 

इसे सीखने के बाद आपको किसी Office मे 9 तो 5 काम करने की जरूरत नहीं है आप घर पर बैठकर इस प्रकार के काम करके करके एक Job करने वाले व्यक्ति से ज्यादा earning कर सकते है।

अगर आप Blogger है तो आपको CSS तो जरूर सिखनी चाहिए क्योंकि इसकी मदद से ही आप अपने Blog को एक आकर्षक Design दे सकते है। CSS को जानने से पहले आपको HTML का ज्ञान होना चाहिए|

आज के इस Article के मदद से हम CSS Programing Language के बारे हर एक जानकारी को विस्तार से जानने वाले है। तो चलिए शुरू करते है:-

 

What is CSS in Hindi

CSS का पूरा नाम (CSS Full Form) Cascading Style Sheet है। यह Markup Language मे लिखे गए Document की look, Format और Style को describe करती है।

यह प्रोग्रामिंग लैंग्वेज HTML को एक Additional Feature प्रदान करती है यानि कि इस Language का इस्तेमाल HTML Language के प्रयोग से Web Page को आकार मिलता है और CSS के प्रयोग से उसी Webpage को एक नया Attractive Look मिलता है।

अगर आप किसी Web Page पर काम करना चाहते है तो आप यह समझ लीजिए कि CSS के बिना आप HTML का प्रयोग कर सकते है लेकिन HTML के बिना आप CSS का use नहीं कर सकते है इसलिए आपको पहले HTML को सीखना जरूरी है।

 

दूसरे शब्दों मे कहे तो CSS एक Designing Language है। इस language का इस्तेमाल Web Page को design करने के लिए किया जाता है। CSS का उपयोग करके आप Web Page के Color, Font और style जैसी चीजों को Style कर सकते है। कहने का मतलब यह है कि यह Programing Language आपके Web Page को आकर्षक बना देती है।

इस Language को HTML के अलावा भी आप दूसरी Markup Language जैसे XHTML, XML के साथ भी use कर सकते है। CSS को JavaScript के साथ भी use किया जाता है।

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History of CSS in Hindi

CSS को पहली बार 10 October 1994 को Hakon Wium Lie के द्वारा प्रस्तावित किया गया था। जब उन्होंने CSS को Develop किया तो उस समय वो CERN मे Tim BernersLee (Father of HTML) के साथ काम कर रहे थे। European Organization for Nuclear Research को CERN के नाम से जाना जाता है। Hakon Wium Lie को Father of CSS कहा जाता है।

इस language को 1994 मे web styling language को HTML4 मे कुछ problems को Solve करने के लिए बनाया गया था।

बाद मे W3C के द्वारा CSS level2 को develop किया गया जिसे May 1998 मे Publish किया गया। CSS2 मे कुछ नई capabilities को Include किया गया था जैसे:-

Absolute

Relative

Fixed

Positioning

z-index

concept of media type

Bidirectional text

 

Web Development के लिए CSS का ही use क्यों किया जाता है?

  • जब CSS को Develop नहीं किया गया था तब किसी Website के Design के लिए Font, Color, Background, Style, Element Alignment, Border और Size को Design करना एक बहुत कठिन काम था। इस काम को करने के लिए बहुत लंबा समय और खर्च लग जाता था, लेकिन(But) CSS के Development के बाद यह सब काम Easy हो गया। सीधे सीधे कहे तो CSS को इसी Problem को Solve करने के लिए बनाया गया था।

 

  • CSS मे अच्छी तरह से Detailed Attributes है जिसमे Plain HTML के मुकाबले website के look और feel को अच्छी तरह Define किया गया है।

 

  • CSS Style Definition को External CSS files मे save हो जाती है। अगर आप अपनी पूरी website के Design को change करना चाहते है तो आप बस एक File को change करके पूरी Website के Design को change कर सकते है। इस Feature की वजह से आपका बहुत सारा समय save होता है।  

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Advantages of CSS in Hindi
  • आपको CSS को बार बार लिखने की जरूरत नहीं होती है आप बस CSS को एक बार लिखकर उस same शीट को Multiple HTML Pages मे use कर सकते है। आप एक web page के लिए style Define कर लेते है तो आप इसे multiple webpages मे Designing के लिए use कर सकते है इससे आपके समय की बहुत बचत होती है।

 

  • CSS का use करने पर आपको हर बार HTML Tag लिखने की जरूरत नहीं है आप बस सभी Tag के लिए एक CSS rule को लिख दीजिए और इसको tag की सभी पुनरावृत्तियों के लिए apply कर दीजिए जिससे की आपके Web Page पर काम code होंगे और वह Web page Faster Load होगा।

 

  • आजकल HTML Attributes के स्थान पर भी CSS का use हो रहा है। अगर आप अभी CSS को सभी HTML pages मे use करना start करते है तो यह आपकी Website को Future मे Browsers के Compatible रखेगा।

 

  • CSS के द्वारा किसी भी Document को Maintain करना काफी आसान होता है। CSS मे सिर्फ एक बदलाव से आप उस Document के कई Pages को तुरंत Update कर सकते है।

 

  • CSS के उपयोग से एक ही web page को multiple web pages मे Compatibility दी जा सकती है, जिससे कि वह web page सभी Devices जैसे Computer, Smartphones मे उसके हिसाब से देखा जा सके।

 

  • इसमे Print Friendly Web Pages होते है।

 

  • इससे Search Engine की ranking मे सुधार आता है।

 

Disadvantages of CSS in Hindi
  • CSS मे Cross Browser का issue एक main Problem है।

 

  • Programming Language की दुनिया Beginners और developers के लिए Complicated होती है CSS मे भी बहुत सारे levels होने के कारण आपको confusion पैदा हो सकता है।

 

  • अगर आप CSS के साथ काम कर चुके है तो आप जानते ही होंगे कि यह Open Text Based System होने के कारण Easily Accessible होता है। अगर कभी गलती से Files के साथ कोई गलत काम हो जाता है तो ऐसे मे आपकी website का पूरा Format और Display System Disturb हो सकता है।

 

Conclusion

आज के इस article के माध्यम से हमने OSI Model के बारे मे विस्तार से जाना। आशा है कि यह article आपके लिए helpful रहा होगा। अगर आपको यह article पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर share कीजिए।

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