Solar Cell kya hai.

Hello दोस्तों अपने आज के इस article में हम solar cell के बारे में जनेनेगे:-

अगर आज के समय मे देखा जाए तो हमारे परंपरागत साधन(petrol, diesel, water etc.) कम होते जा रहे है अब हमारे पास इन साधनों की खपत को कम करने और अपने पर्यावरण की safety के लिए solar system की एक ऐसा साधन है।

LED और LCD के बारे में जाने।

Solar Cell:-

Solar cell एक ऐसा उपकरण है जो प्रकाश ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलता है। solar cells को हम solar photo voltic (वोल्टीय सेल) भी कहते है।

Solar cell का सबसे पहले सन 1839 में फ्रांसीसी भौतिक विज्ञानी एलेक्जेंडर-एडमंड बैकेलल ने पता लगाया था कि कुछ धातुएं फोटोईक्लेक्ट्रिक है और प्रकाश के संपर्क में आने पर वे बिजली उत्पन्न करते है उसके बाद

सन1873 में अंग्रेजी अभियंता विलफ्लि स्मिथ ने पता लगाया कि सेलेनियम एक विशेष रूप से प्रभावी फोटोकॉन्डक्टर है।

1905: जर्मन भौतिक विज्ञानी अल्बर्ट आइंस्टीन ने फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव के भौतिकी का पता लगाया, जिसके जिसके लिए उनको नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ।

ऐसे अनेक शोधों के बाद सन 1954 में पहला सोलर सेल बनाया गया।

Silicon,galium जैसे semi conductor से निर्मित solar cell की दक्षता 18 से 20 percente जबकि selenium द्वारा निर्मित आधुनिक solar cell की दक्षता 24- 25 percente तक होती है।

Solar cell का कार्य सिद्धात:-

जब प्रकाश p-n संधि पर आपतित होता है तो प्रकाश के फोटोन पतली p परत से होते हुए संधि पर आसानी से पहुँच जाते है , प्रकाश की ऊर्जा इसमें फोटोन के रूप में होती है , ये फोटोन संधि पर पड़ते है और वहां अपनी ऊर्जा बंधों वाले कोटर-इलेक्ट्रॉन को दे देते है , वे ये ऊर्जा पाकर मुक्त हो जाते है जिससे इलेक्ट्रॉन n भाग में गति करते है और कोटर p भाग मेंअब एक विभव प्राचीर बन जाता है जिसके कारण यह गति रुक जाती है , इस विभव प्राचीर को नष्ट करने के लिए बाह्य वोल्टेज स्रोत लगाया जाता है जो इस विभव प्राचीर को खत्म कर देता है और इलेक्ट्रॉन और कोटर की गति आसानी से होने लगती है और विद्युत धारा उत्पन्न हो जाती है।

जब pn संधि पर प्रकाश आपतित किया जाता है तो यह p पतली परत से होता हुआ संधि पर पहुँचता है और प्रकाश को संधि द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है , खुले परिपथ में होने के कारण इसके आर पार एक विद्युत वाहक बल उत्पन्न हो जाता है इसे प्रकाश विद्युत वाहक बल कहा जाता है और इस प्रभाव को प्रकाश वोल्टीय प्रभाव कहते है , इस तरह से सोर सेल सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित कर देता है।

Advantages of solar cells:-

1:-यह normal temperature पर सूर्य की प्रकाशिक ऊर्जा को electric energy में बदल देता है।

2:- यह ध्वनि रहित रहता है यानी कि कोई आवाज उत्पन्न नही करता है।

3:- इससे किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं होता है.

4:- इसका जीवन काल बहुत ही लम्बा होता है।

5:- solar energy में कोई खर्चा नहीं होता है।

Disadvantages of solar cells:-

1:- solar cell से ऊर्जा का उत्पादन रात में संभव नहीं है।

2:- सोलर सेल से ऊर्जा का उत्पादन बारिश में नहीं किया जा सकता है।

3:- solar cells की दक्षता बहुत ही कम होती है।

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