Software testing क्या है?
Software testing से तात्पर्य किसी software को error free करने से है। यानि जब कोई software तैयार किया जाता है। तब उसकी गुणवत्ता जांचने के लिए software testing की जाती है।
जिसके माध्यम से आपको यह ज्ञात हो जाता है कि आपका software कितना सही है? ताकि आगे उपरोक्त software पर कार्य करते समय आपको किसी प्रकार का कोई नुकसान ना होने पाए।
Software testing का कार्य किसी भी कंपनी में मुख्य रूप से software tester के द्वारा किया जाता है। जिनके पास software testing के उद्देश्य से software development टीम द्वारा भेजे जाते हैं। तो चलिए आज हम software testing का अर्थ, प्रकार और लाभ के बारे में विस्तार से जानते हैं।
वर्तमान समय में, किसी भी कंप्यूटर पर कार्य करने के लिए आपको एक software की जरूरत पड़ती हैं। जिसको software engineer द्वारा बनाया जाता है। ऐसे में तैयार software की शुद्धता और गुणवत्ता जानने के लिए software testing की जाती है।
ताकि जब भी कोई उपयोगकर्ता संबंधित software का प्रयोग करे, तो उसमें किसी प्रकार की कोई तकनीकी खामी उत्पन्न ना होने पाए। क्योंकि यदि software में जरा सी भी error होगी। तो इससे आपको भारी नुकसान पहुंच सकता है।
इसलिए software testing द्वारा किसी भी software को error free बनाया जाता है। ताकि इसका इस्तेमाल सुचारू रूप से किया जा सके। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि software testing किसी भी software की गुणवत्ता, शुद्धता, प्रमाणिकता और तकनीकी क्षमता को जांचने की एक प्रक्रिया है।
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Software testing की आवश्यकता
मुख्य तौर पर किसी भी software को जांचने के लिए software testing करना आवश्यक होता है। जिससे यह स्पष्ट हो जाता है, कि उपरोक्त software bug और error free है। यानि इस पर कार्य करते समय किसी प्रकार की कठिनाई नहीं होगी। साथ ही software testing के माध्यम से यह सुनिश्चित हो जाता है कि यह software उपयोगकर्ता के लिए अनुकूल है। क्योंकि एक बार software testing के द्वारा यह मालूम पड़ जाता है कि इसमें क्या कमी है? और फिर उसमें सुधार किया जाता है।
Software testing tools
Software tester के द्वारा निम्न टूल्स को software testing के लिए प्रयोग में लाया जाता है।
- SilkTest
- HP Quick Test professional
- Selenium
- IBM Rational Functional Tester
- TestComplete
6.Testing anywhere
- WinRunner
- Load Runner
- Visual studio test professional
- WATIR
Software testing के प्रकार
- Unit testing
इसके तहत software की testing को coding या programmer के माध्यम से पूर्ण किया जाता है। इसमें किसी भी software के units को जांचा जाता है। इसे component testing भी कहा जाता है।
- Integration Testing
इसमें किसी भी software के सभी units और components को एकजुट करके उनका परीक्षण किया जाता है। जिसकी top down, bottom up, sandwich, big bang आदि प्रकार से testing की जाती है।
- Alpha testing
यह सबसे मुख्य और अधिक प्रयोग की जाने वाली testing है। जिसके द्वारा किसी software को approve करने से पहले उसके errors को जांचना होता है।
- Beta testing
इसको software के उपयोगकर्तों के द्वारा प्रमाणित किया जाता है। यानि यहां उपयोगकर्ता के feedback के आधार पर किसी software में मौजूद bug और error की जानकारी प्राप्त की जाती है।
- Stress Testing
इसका मुख्य कार्य किसी भी software की विश्वसनीयता और स्थिरता को जांचा जाता है। साथ ही यह पता लगाया जाता है कि कोई software कितना heavy load सह सकता है।
- Recovery Testing
जब कोई software crash हो जाता है, तो उसे recover कैसे किया जा सकता है। इस testing के द्वारा किसी भी software को दुबारा recover किया जाता है।
- Security Testing
इसके माध्यम से यह स्पष्ट होता है कि software internal और external तौर पर कैसे error free रह सकता है। जैसे यदि किसी hacker ने आपके data base पर attack कर दिया है। तो उसकी सुरक्षा को कैसे बनाए रखा जा सकता है, इस testing के द्वार हमें ज्ञात होता है।
- Smoke testing
Software tester की टीम द्वारा जब किसी software को new build दिया जाता है। तब उसमें किसी प्रकार का कोई bug या error तो नही है, यह ज्ञात करने के लिए यह testing की जाती है।
- Regression testing
उपरोक्त testing के माध्यम से यह पता लगाया जाता है कि जिस software में कोई बदलाव किया गया है। उसमें अब किसी प्रकार की कोई दिक्कत तो नही आ रही है।
- System testing
इसको इसलिए किया जाता है ताकि यह पता लगाया जा सके कि किसी software का operating system सुचारू रूप से कार्य कर रहा है या नहीं।
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Software testing में करियर की संभावनाएं
आधुनिक युग में प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में करियर की अपार संभावनाएं देखने को मिलती है। ऐसे में software testing से जुड़े अनेक कोर्स कई कॉलेजों द्वारा संचालित किए जाते हैं। मुख्यता इस क्षेत्र में पारंगत होने के लिए विद्यार्थी 12वीं के बाद बीसीए, एमसीए, बीटेक या बीई आदि स्नातक कोर्स में दाखिला लेते हैं।
इसके अलावा diploma in computer Science, diploma in IT, diploma in software testing, certificate in software testing आदि कोर्स भी software testing सीखने के लिए उपयुक्त हैं। जिनको आप राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से कर सकते हैं। जिसके बाद आप किसी भी कंपनी के साथ जुड़कर software tester, QA analyst या test manager के रूप में कार्य कर सकते हैं।
और जिस तरह से मार्केट में डिजिटल माध्यमों को बढ़ावा दिया जा रहा है, उस आधार पर देखा जाए तो इस क्षेत्र में आपको आगे बढ़ने के काफी मौके मिलेंगे। इसलिए बतौर करियर software testing आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है।
इस प्रकार, हमारा यह लेख यही समाप्त होता है। उम्मीद है आपको यह लेख पसंद आया होगा। इसी तरीके से अन्य जानकारी पाने के लिए हमें फॉलो करना ना भूलें।