Hello आज के इस Article मे हम Computer के बारे मे जानेंगे जैसा कि हम सब जानते है की आजकल Technology का Time है हर जगह पर आजकल Computer और Internet का के use से लोग अपने सारे काम करते है।
आपको चाहे कोई भी काम करना हो और अगर आपके पास internet connection हो और एक computer हो तो आप कोई भी काम आसानी से कर सकते है।
आजकल हर किसी technology मे Computer का इस्तेमाल किया जा रहा है इसका उदाहरण आप देख सकते है कि आजकल A.I. जैसी technology मे किया जा रहा है। अब आप समझ सकते है कि computer का हमारे जीवन मे कितना महत्व है और आने वाले Time मे इसका कितना use होने वाला है।
अब computer का इतना बाद योगदान हमारी लाइफ मे है जिस तरह यह हमारे कामों को सरल बना रहा है आपको इसके बारे मे जरूर जानना चाहिये। चाहे आपको Job चाहिए तो आपको Computer का knowledge होना जरूरी है आप जानते ही है चाहे आप किसी भी Company ने नौकरी के लिए Apply करो तो आपसे Computer Knowledge के बारे मे जरूर पूछा जाएगा।
अब इन सब बातों से यह जरूरी हो जाता है कि आपको Computer का knowledge होना जरूरी है नौकरी के लिए ही नहीं आपको इस बारे मे जानकारी होनी भी चाहिए क्योंकि आज के टाइम मे Computers का ज्ञान बहुत जरूरी है यह आपके Daily life मे भी बहुत जरूरी है।
आज के इस Article मे हम Computer के बारे मे सभी जानकारी को विस्तार से जानेंगे। तो चलिए शुरू करते है:-
What is Computer in Hindi (Computer क्या है?)
Computer शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के Computare शब्द से हुई है जिसका अर्थ होता है गणना करना। computer को हिन्दी भाषा मे संगणक कहा जाता है। Computer एक Electronic Device है जो किसी भी प्रकार के Arithmetic और Logical Task को पूर्ण करता है।
यह एक ऐसी Device है जो इसको दिए गए किसी भी Task को काफी सरलता और आसानी से करता है।
अगर आसान शब्दों मे कहे तो Computer एक ऐसी Device है जो कि किसी Input को प्राप्त करता है उसके बाद उस Input पर Processing करता है और जब Processing पूरी हो जाती है तो वह उसके द्वारा Collect किए गए Result को Output के रूप मे हमको प्रदान करता है।
History of Computer In Hindi
Abacus
Computer का इतिहास Abacus के निर्माण के साथ शुरू होता है जिसे सबसे पहला Computer माना जाता है। यह माना जाता है कि Abacus का निर्माण Chinese के द्वारा किया गया था।
Abacus एक लकड़ी की Rack होतीं है जिसमे Metal की rods लागि होती है और उन Rods पर Beads होते है। अगर कोई Arithmetic Calculation करनी हो तो इन Beads को ही Abacus Operating के According Move कराया जाता है।
अब ऐसा नहीं है कि Computer का आविष्कार हो गया है तो Abacus का इस्तेमाल नहीं होता है अभी भी कुछ Countries ऐसी है जहां पर Abacus का इस्तेमाल किया जाता है जैसे China, Japan, Russia आदि।
Napier’s Bones
यह एक Manually Operated Calculating Device थी। जिसको John Napier (1550-1617) के द्वारा invent किया गया था। इस Calculating Tool मे 9 अलग अलग Ivory Strips (हाथी के दांत की पट्टी) या हड्डी का इस्तेमाल किया जाता था जिनमे numbers होते थे और उनका इस्तेमाल Multiply और Divide करने के लिए किया जाता था। इसलिए इसको Napier’s Bone के नाम से जाना जाता है। यह First Machine थी जिसमे Decimal Points का use किया गया था।
Pascaline
Pascaline को Arithmetic Machine या Adding Machine के नाम से भी जाना जाता है। इसको सन 1642 से 1644 के बीच मे French Mathematician-Philosopher Biaise Pascal के द्वारा Invent किया गया था। यह मन जाता है कि यह First Mechanical और Automatic Calculator था।
Stepped Reckoner या Leibnitz Wheel
इसको German Mathematician Philosopher Gottfried Wilhem Leibnitz के द्वारा सन 1673 मे Develop किया गया था। इन्होंने Pascaline मे सुधार करके इस Machine को तैयार किया। यह एक Digital Mechanical Computer था जिसे The Stepped Reckoner के नाम से जाना जाता है।
Difference Engine
इसको Charles Babbage के द्वारा 1820 के दशक मे Develop किया गया था। Charles Babbage को आज हम कंप्युटर के जनक के रूप मे जानते है। यह एक Mechanical Computer था जिसका इस्तेमाल साधारण Calculation के लिए किया जाता था।
यह Calculating Machine भाप के द्वारा चलती थी, इस machine को tables जैसे Logarithmic Tables को solve करने के लिए बनाया गया था।
Analytic Engine
इस Calculating Machine को भी Charles Babbage के द्वारा सन 1830 मे Develop किया गया था। इस Mechanical Computer मे Punch-Cards को input के लिए प्रयोग किया जाता था। यह machine किसी भी Mathematical Problem को Solve करने मे Capable थी और यह Information को Permanently Memory के तौर पर Store करके रखती थी।
Tabulating Machine
इसे American Statistician (सांख्यिकीविद) Herman Hollerith के द्वारा सन 1890 मे develop किया गया था। यह Punch cards पर आधारित एक यांत्रिक सरिणी थी।
इस machine का प्रयोग 1890 मे U.S. Census मे किया गया था। Tabulating Machine Company का बाद मे 1924 मे नाम बदलकर International Business Machine (IBM) रख दिया गया।
Differential Analyzer
यह पहला Electronic Computer था जिसे सन 1930 मे United States मे Introduce किया गया था। यह एक Analog Device थी जिसे Vannevar Bush के द्वारा invent किया गया था।
इस मशीन मे Calculation करने के लिए Electric Signals को Switch करने के लिए Vacuum Tubes थे। इस machine की मदद से कुछ ही मिनटों मे 25 Calculations की जा सकती थी।
Mark I
इसके बाद computer history मे जो सबसे बड़ा change आया वो 1937 से शुरू हुआ जब Howard Aiken ने एक ऐसी machine बनाने की सोची जो कि बड़े बड़े numbers की calculation कर सकती हो, इसी कड़ी मे 1944 मे IBM और Harvard ने मिलकर Mark I को built किया। यह पहला Programmable Digital Computer था।
Generations of Computers in Hindi
अब समय के साथ साथ computers की Technology मे Improvement होने लगा था। इसी कड़ी मे Electronics Pathway का निर्माण हुआ जिसे Circuit के नाम से जाना जाता है जिसने Gears को Replace कर दिया।
इसी तरह नई Generations का Development होता गया और Computer Technology मे Improvements होते गए। अभी तक Computer technology का डेवलपमेंट 5 Generations मे हुआ है जो कि निम्नलिखित है:-
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computer generation का शुरुआत से लेकर अब तक development :
first generation computers (1946 -1959)
इस generation के Computer बहुत Slow, बड़े और महंगे थे। इन computer मे CPU और Memory के Basic Components के तौर पर Vacuum Tubes का use होता था। ये computers मुख्यतः Batch Operating System और Punch Cards पर आधारित थे।
First generation Computers के कुछ उदाहरण :-
ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer)
EDVAC (Electronic Discrete Variable Automatic Computer)
IBM- 701
IBM- 650
Second generation computers (1959 -1965)
यह computers transistors पर आधारित थे। इन Computers मे Transistor का use होने के कारण ये सस्ते और काम power खर्च करने वाले थे। ये computers पहली generation के computers की तुलना मे Faster थे।
इस generation के computers मे Magnetic Cores को Primary Memory के तौर पर उसे किया जाता था जबकि Disc और Tapes को secondary Memory के तौर पर use किया जाता था।
इस generation के computers मे Assembly Language और Programming Language जैसे COBOL और FORTRAN का use हुआ साथ ही Batch Processing और Multiprogramming Operating System का use हुआ था।
Second Generation के computers के कुछ example
1:- IBM 1620
2:- IBM 7094
3:- IBM 1604
4:-CDC 3600
5:- UNIVAC 1108
Third Generation computers (1964-1971)
computers की यह जनरेशन integrated circuits पर आधारित थे। इस Generation मे computers और भी ज्यादा Reliable, Efficient और Size मे छोटे थे। इस generation के computers मे Remote Processing, Time- sharing, Multi programming Operating System का use हुआ था।
इस Generation मे high level programming languages जैसे FORTON- II से FORTAN-IV, COBOL, PASCAL का use हुआ था।
Third Generation के कुछ Computers के Example
IBM- 360 Series
Honeywell- 6000 Series
PDP (Personal Data Processor)
IBM- 370/168
TDC- 316
Fourth Generation computers (1971-1980)
Fourth Generation के Computers मे बहुत बड़ी मात्रा मे Integrated (VLSI) Circuits का use किया गया था। Integrated (VLSI) एक chip होती है जिसमे बहुत सारे Transistors और दूसरे Circuit Elements होते है। इन chips ने इस Generation के computers ज्यादा Compact, Powerful, Fast और Affordable बना दिया था।
इस generation के Computers मे Real Time Sharing और Distributed Operating System मौजूद है। इस Generation मे C, C++ जैसी Programming Languages का use होता है।
Fourth Generation के Computers के Example
DEC 10
STAR 1000
PDP 11
CRAY- 1 (Super Computer)
CRAY-X-MP (Super Computer)
Fifth Generation Computers (1980-Present Time)
इस Generation के Computers मे VLSI Technology को ULSI (Ultra Large Scale Integration) Technology से Replace कर दिया गया है। इसकी मदद से ऐसी Microprocessor Chips को बनाना easy हुआ जिनमे 10 million Electronic Components हो।
इस generation के Computers मे Parallel Processing Hardware और A.I. (Artificial Intelligence) Software का use हुआ है। इस Generation मे C, C++, Java और .Net जैसी programming languages का use हुआ है।
Fifth Generation के Computers के कुछ Examples
Desktop
Laptop
Notebook
Ultrabook
Chromebook
Computer के आविष्कारक कौन थे?
चार्ल्स बेबेज (Charles Babbage) को Computer का जनक कहा जाता है।
computer का पूरा नाम क्या है?
कंप्युटर का पूरा नाम ” commonly operated machine particularly used in technical and educational research है।
C :- COMMONLY
O :- OPERATING
M :- MACHINE
P :- PARTICULARLY
U :- USED FOR
T :- TECHNICAL
E :_EDUCATION AND
R :- RESEARCH
How Does Computer Works Explained in Hindi (Computer कैसे काम करता है?)
Computer तीन Steps मे काम करता है।
Input :- इस Step मे कोई भी Information कंप्युटर को दी जाती है जैसे कोई भी Document, Video या Picture आदि।
Processing :- इस Step मे computer आपके द्वारा दिए गए Data पर जो काम करना होता है उसे पूरा करता है इसे Processing करता है।
Output:- इस Step मे जो data प्रोसेसिंग के बाद Computer के पास इकठ्ठा होता है उसे वह हमे provide करता है इसे हम Output कहते है।
इस तरह से इन तीन Steps मे Computer काम करता है।
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Computer कितने प्रकार के होते है?
Computer को तीन भागों मे बाटा गया है;-
1:- कार्यप्रणाली के आधार पर
2:- उद्देश्य के आधार पर
3:- आकार के आधार पर
कार्यप्रणाली के आधार पर Computer तीन प्रकार के होते है:-
Analog Computer
Digital Computer
Hybrid Computer
उद्देश्य के आधार पर
General Purpose Computer
Special Purpose Computer
आकार के आधार पर
Super Computer
Mainframe Computer
Micro Computer
Mini Computer
COMPUTER = arithmetical logical unit (ALU)+ control unit (CU)
ALU:- arithmetic logical unit का काम arithmetic (अंकगणितीय) और logical (तार्किक) कार्य करना है।
CU:- control unit का काम stored information के order को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
computer का हिन्दी मे क्या नाम है?
कम्प्युटर का हिन्दी मे नाम “संगणक” होता है।
computer को हिन्दी मे यह नाम commission for scientific and technical terminology
( CSTT) के द्वारा दिया गया है।
आज के इस article के माध्यम से हमने आज के Computer के बारे मे विस्तार से जाना। आशा है कि यह article आपके लिए helpful रहा होगा। अगर आपको यह article पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर share कीजिए।
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