Hello दोस्तों आज के इस आर्टिकल मे हम Bhartiya Thal Sena Information in Hindi के बारे मे डिस्कस करेंगे। जैसा की आप सब लोग जानते है कि आजकल भारतीय थल सेना सभी competitive exams मे पूछा जा सकता है। इसलिये हमारे लिए Bhartiya Thal Sena Information in Hindi – भारतीय थल सेना | GK को पढ़ना बहुत जरूरी है।
साथ ही इस आर्टिकल मे हम भारतीय सेना के सभी कमान, भारतीय सेना द्वारा किए गए सभी ऑपरेशन, परमवीर चक्र प्राप्त करने वाले सभी वीर, भारतीय थल सेना मे रैंक की जानकारी, भारतीय थल सेना की रेजीमेंट की जानकारी और अब तक के सभी भारतीय थल सेना अध्यक्ष के बारे मे जानेंगे।
भारतीय सेना से संबंधित UPSC, SSC, State Services, NDA, CDS, Railways, Bank और Entrance Exam की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं के काफी उपयोगी है।
भारतीय थल सेना
भारतीय थलसेना, सेना की भूमि-आधारित दल की शाखा है और यह भारतीय सशस्त्र बल का सबसे बड़ा अंग है। भारत का राष्ट्रपति, थलसेना का प्रधान सेनापति होता है, और इसकी कमान भारतीय थलसेनाध्यक्ष के हाथों में होती है जो कि चार-सितारा जनरल स्तर के अधिकारी होते हैं। वर्तमान 2020 मे भारत के थल सेना अध्यक्ष का नाम मनोज मुकुंद नरवाने है। पांच-सितारा रैंक के साथ फील्ड मार्शल की रैंक भारतीय सेना में श्रेष्ठतम सम्मान की औपचारिक स्थिति है। आजतक मात्र दो अधिकारियों को इससे सम्मानित किया गया है। भारतीय थल सेना दिवस 15 जनवरी को मनाया जाता है।
भारतीय सेना का प्राथमिक उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रवाद की एकता सुनिश्चित करना, राष्ट्र को बाहरी आक्रमण और आंतरिक खतरों से बचाव, और अपनी सीमाओं पर शांति और सुरक्षा को बनाए रखना हैं। यह प्राकृतिक आपदाओं और अन्य गड़बड़ी के दौरान मानवीय बचाव अभियान भी चलाते है। आंतरिक खतरों से निपटने के लिए सरकार द्वारा भी सहायता हेतु अनुरोध किया जा सकता है। यह भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना के साथ राष्ट्रीय शक्ति का एक प्रमुख अंग है।
सेना अब तक पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ चार युद्ध और चीन के साथ एक युद्ध लड़ चुकी है। सेना द्वारा किए गए अन्य प्रमुख अभियानों में ऑपरेशन विजय, ऑपरेशन मेघदूत और ऑपरेशन कैक्टस शामिल हैं। संघर्षों के अलावा, सेना ने शांति के समय कई बड़े अभियानों, जैसे ऑपरेशन ब्रासस्टैक्स और युद्ध-अभ्यास शूरवीर का संचालन किया है।
साथ ही भारतीय थल सेना कई देशो में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशनों में एक सक्रिय प्रतिभागी भी रहा है जिनमे साइप्रस, लेबनान, कांगो, अंगोला, कंबोडिया, वियतनाम, नामीबिया, एल साल्वाडोर, लाइबेरिया, मोज़ाम्बिक और सोमालिया जैसे देश शामिल है। हाल ही मे आई रिपोर्ट के अनुसार सैन्य खर्च के मामले मे भारत अमेरिका और चीन के बाद तीसरे नंबर पर स्थित है भारत का सैन्य खर्च 71.1 अरब डॉलर है।
भारतीय सेना में एक सैन्य-दल (रेजिमेंट) प्रणाली है, लेकिन यह बुनियादी क्षेत्र गठन विभाजन के साथ संचालन और भौगोलिक रूप से सात कमान में विभाजित है। यह एक सर्व-स्वयंसेवी बल है और इसमें देश के सक्रिय रक्षा कर्मियों का 80% से अधिक हिस्सा है। भारत के पास सैनिकों की संख्या 13.50 लाख से ज्यादा है। ये वो सैनिक हैं जो अपनी ड्यूटी पर सक्रिय हैं। इसके अलावा भारतीय सेना में करीब 21 लाख सैनिक रिजर्व में रखे गए हैं।इस हिसाब से देखा जाए तो भारतीय सेना के पास कुल 34.50 से ज्यादा जवान हैं।
इसके साथ भारतीय सेना दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्थायी सेना है। सेना ने सैनिको के आधुनिकीकरण कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिसे “फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री सैनिक एक प्रणाली के रूप में” के नाम से जाना जाता है इसके साथ ही यह अपने बख़्तरबंद, तोपखाने और उड्डयन शाखाओं के लिए नए संसाधनों का संग्रह एवं सुधार भी कर रहा है।
कॉम्बैट टैंकों की बात करें, तो भारतीय थलसेना के पास इनकी संख्या 4,184 है। इनमें सभी तरह के टैंक शामिल हैं। हमारी सेना के पास तोपों की संख्या 4,260 है। भारत की थलसेना के पास 266 रॉकेट लॉन्चर्स हैं। इसके अलावा आधुनिक हथियारों से लैस गाड़ियों की संख्या 2,815 है।
भारतीय थल सेना द्वारा किए गए विभिन्न ऑपरेशन की जानकारी
ऑपरेशन पोलो
ऑपरेशन पोलो हैदराबाद की पुलिस का Code है। इस ऑपरेशन को सितम्बर 1948 में चलाया गया था, ये एक सैन्य अभियान था, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने निज़ाम-शासित रियासत पर हमला किया और इसे भारतीय संघ में शामिल करने का ज़िम्मा उठाया था।
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ऑपरेशन विजय
आज़ादी के बाद ब्रिटिश और फ्रांस के सभी अधिकार ख़त्म हो गए थे लेकिन इसके बावजूद भारतीय उपमहाद्वीप गोवा, दमन और दीव में पुर्तगालियों का शासन था। पुर्तगाली बार-बार बातचीत की मांग को ठुकरा रहे थे, जिसके बाद भारत सरकार ने ऑपरेशन विजय के तहत 18 दिसंबर 1961 में सेना की छोटी टुकड़ी भेज कर उनके खिलाफ़ कार्यवाही की।
ऑपरेशन मेघदूत
सियाचिन संघर्ष को सियाचिन युद्ध के रूप में भी पहचाना जाता है। कश्मीर में विवादित सियाचिन ग्लेशियर क्षेत्र पर भारत और पाकिस्तान अपना-अपना अधिकार बताते रहे हैं, सैन्य दृष्टि से सियाचिन एक महत्वपूर्ण स्थान है, जहां से पाकिस्तान को खदेड़ने के लिए भारतीय सेना ने 1984 में ऑपरेशन मेघदूत चलाया था. भारतीय सेना की कोशिशों और सरकार की कुटनीति की वजह से आज सियाचिन पर भारतीय तिरंगा लहराता है।
मेघना हेली ब्रिज
ये ऑपरेशन 1971 में भारतीय सेना और बंगलादेश की मुक्ति वाहिनी सेना ने मिल कर चलाया गया था, इस ऑपरेशन का मकसद मेघना नदी का पुल पार कर उसे पाकिस्तानी एयर फोर्स से सुरक्षित रखना था।
ऑपरेशन ब्लू स्टार
पंजाब से खालिस्तान के खात्मे के लिए भारतीय सेना ने 1984 में ‘आपरेशन ब्लू स्टार‘ चलाया गया, इसके तहत भारतीय सेना ने 3 जून 1984 को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में छिपे खालिस्तान समर्थक जनरैल सिंह भिंडरावाला और उनके समर्थकों पर हमला किया. इस ऑपरेशन को सफ़ल बनाने में पंजाब पुलिस का बहुत बड़ा योगदान था।
ऑपरेशन विराट
श्रीलंका में लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम (LTTE) और सेना के बीच गृहयुद्ध को समाप्त कर शांति बहाल करने के लिए भारत ने 1987 में एक संधिपत्र हस्ताक्षर किए, इसके तहत भारतीय सेना ने भारतीय शांति रक्षा सेना (IPKF) का गठन किया, जिसने 1987 से ले कर 1990 तक श्रीलंका में Peace Keeping Operation (विराट) चलाया।
ऑपरेशन कैक्टस
नवंबर 1988 में तमिल इलम के ‘पीपुल्स लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन’ के उग्रवादियों ने मालदीव पर हमला किया. भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ (Raw) की सूचना के आधार पर भारतीय सेना ने एक ऑपरेशन चलाया, जिसका नाम Operation Cactus दिया गया। इस ऑपरेशन को पूरा करने में भारतीय वायुसेना का बहुत बड़ा योगदान था।
ऑपरेशन विजय
1999 में भारत-पाकिस्तान कारगिल युद्ध के दौरान ऑपरेशन विजय चलाया गया था, इसका उद्देश्य भारतीय सीमा पर कब्ज़ा जमाये पाकिस्तान की सेना और कश्मीरी उग्रवादियों को बाहर खदेड़ना था।
ऑपरेशन राहत
2013 में भारतीय सेना द्वारा चालाया गया ऑपरेशन राहत अब तक लोगों को बचाने वाला सबसे बड़ा मिशन था। 17 जून 2013 को 20 हजार लोगों को बाढ़ से सुरक्षित निकाला गया था, जो अपने आप में एक बहुत बड़ा रिकॉर्ड है।
ऑपरेशन ऑल आउट
आंतकियों का सफ़ाया करने के उद्देश्य से ये ऑपरेशन असम में 2014 में चलाया गया था, इस ऑपरेशन में सेना, अर्धसैनिक बल, राज्य पुलिस व वायु सेना ने साथ मिल कर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया था।
ऑपरेशन ब्लू स्टार
पंजाब से खालिस्तान के खात्मे के लिए भारतीय सेना ने 1984 में ‘आपरेशन ब्लू स्टार‘ चलाया गया, इसके तहत भारतीय सेना ने 3 जून 1984 को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में छिपे खालिस्तान समर्थक जनरैल सिंह भिंडरावाला और उनके समर्थकों पर हमला किया. इस ऑपरेशन को सफ़ल बनाने में पंजाब पुलिस का बहुत बड़ा योगदान था।
सर्जिकल स्ट्राइक
भारत भी 2015 के जून महीने में म्यांमार सीमा में दाखिल होकर सक्रिय उग्रवादी गुट एनएससीएन (के) के शिविरों को निशाना बनाया था। 29 सितंबर 2016 में भारतीय सेना ने पाक में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था और 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में Air Strike किया।
भारतीय सेना मे परमवीर चक्र प्राप्त करने वाले वीरों की सूची
परमवीर चक्र भारत मे दिया जाने वाला सर्वोच्च वीरता पुरस्कार है जिसको भारतीय सेना के निम्नलिखित वीरों को अब तक दिया जा चुका है:-
अनुक्रम | नाम | रेजीमेंट | तिथि | स्थान | टिप्पणी |
1 | मेजर सोमनाथ शर्मा | चौथी बटालियन, कुमाऊँ रेजीमेंट | 3 नवंबर, 1947 | बड़गाम, कश्मीर | मरणोपरांत |
2 | लांस नायक करम सिंह | पहली बटालियन, सिख रेजीमेंट | 13 अक्तूबर, 1948 | टिथवाल, कश्मीर | |
3 | सेकेंड लेफ़्टीनेंट राम राघोबा राणे | इंडियन कार्प्स ऑफ इंजिनयर्स | 8 अप्रैल, 1948 | नौशेरा, कश्मीर | |
4 | नायक यदुनाथ सिंह | पहली बटालियन, राजपूत रेजीमेंट | फरवरी 1948 | नौशेरा, कश्मीर | मरणोपरांत |
5 | कंपनी हवलदार मेजर पीरू सिंह | छ्ठी बटालियन, राजपूताना राइफल्स | 17-18 जुलाई, 1948 | टिथवाल, कश्मीर | मरणोपरांत |
6 | कैप्टन गुरबचन सिंह सलारिया | तीसरी बटालियन, १ गोरखा राइफल्स | 5 दिसंबर, 1961 | एलिजाबेथ विले, काटंगा, कांगो | मरणोपरांत |
7 | मेजर धनसिंह थापा | पहली बटालियन, गोरखा राइफल्स | 20 अक्तूबर, 1962 | लद्दाख, | |
8 | सूबेदार जोगिंदर सिंह | पहली बटालियन, सिख रेजीमेंट | 23 अक्तूबर, 1962 | तोंगपेन ला, नार्थ इस्ट फ्रंटियर एजेंसी, भारत | मरणोपरांत |
9 | मेजर शैतान सिंह | तेरहवीं बटालियन, कुमाऊँ रेजीमेंट | 18 नवंबर, 1962 | रेज़ांग ला | मरणोपरांत |
10 | कंपनी क्वार्टर मास्टर हवलदार अब्दुल हमीद | चौथी बटालियन, बाम्बे ग्रेनेडियर्स | 10 सितंबर, 1965 | चीमा, खेमकरण सेक्टर | मरणोपरांत |
11 | लेफ्टीनेंट कर्नल आर्देशिर तारापोर | द पूना हार्स | 15 अक्तूबर, 1965 | फिलौरा, सियालकोट सेक्टर, पाकिस्तान | मरणोपरांत |
12 | लांस नायक अलबर्ट एक्का | चौदहवीं बटालियन, बिहार रेजीमेंट | 3 दिसंबर, 1971 | गंगासागर | मरणोपरांत |
13 | फ्लाईंग आफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों | अठारहवीं स्क्वैड्रन, भारतीय वायुसेना | 14 दिसंबर, 1971 | श्रीनगर, कश्मीर | मरणोपरांत |
14 | लेफ्टीनेंट अरुण क्षेत्रपाल | पूना हार्स | 16 दिसंबर, 1971 | जरपाल, शकरगढ़ सेक्टर | मरणोपरांत |
15 | मेजर होशियार सिंह | तीसरी बटालियन, बाम्बे ग्रेनेडियर्स | 17 दिसंबर, 1971 | बसंतार नदी, शकरगढ़ सेक्टर | |
16 | नायब सूबेदार बन्ना सिंह | आठवीं बटालियन, जम्मू कश्मीर लाइट इनफेन्ट्री | 23 जून, 1987 | सियाचिन ग्लेशियर, जम्मू कश्मीर | जीवित |
17 | मेजर रामास्वामी परमेश्वरन | आठवीं बटालियन, महार रेजीमेंट | 25 नवंबर, 1987 | श्रीलंका | मरणोपरांत |
18 | लेफ्टीनेंट मनोज कुमार पांडे | प्रथम बटालियन, ग्यारहवीं गोरखा राइफल्स | 3 जुलाई, 1999 | ज़ुबेर टाप, बटालिक सेक्टर, कारगिल क्षेत्र, जम्मू कश्मीर | मरणोपरांत |
19 | ग्रेनेडियर योगेन्द्र सिंह यादव | अठारहवीं बटालियन, द ग्रेनेडियर्स | 4 जुलाई, 1999 | टाइगर हिल्स, कारगिल क्षेत्र | जीवित |
20 | राइफलमैन संजय कुमार | तेरहवीं बटालियन, जम्मू कश्मीर राइफल्स | 5 जुलाई, 1999 | फ्लैट टाप क्षेत्र, कारगिल | जीवित |
21 | कैप्टन विक्रम बत्रा | तेरहवीं बटालियन, जम्मू कश्मीर राइफल्स | 6 जुलाई, 1999 | बिंदु 5140, बिंदु 4875, कारगिल क्षेत्र | मरणोपरांत |
List of Indian Prime Ministers in Hindi – भारत के प्रधानमंत्री की पूरी जानकारी
भारतीय सेना के रेजिमेंट की सूची
रेजिमेंट | रेजिमेंट केंद्र | वर्ष |
सिख लाइट इन्फेंट्री | फतेहगढ़, उत्तर प्रदेश | 1857 |
सिख रेजिमेंट | रामगढ़ छावनी, झारखंड | 1846 |
सिक्किम स्काउट्स | 2013 | |
लद्दाख स्काउट्स | लेह, जम्मू और कश्मीर | 1963 |
राष्ट्रीय राइफल्स | 1990 | |
राजपूताना राइफल्स | दिल्ली छावनी, नई दिल्ली | 1775 |
राजपूत रेजिमेंट | फतेहगढ़, उत्तर प्रदेश | 1778 |
मैकेनाइज़्ड इन्फेंट्री रेजिमेंट | अहमदनगर, महाराष्ट्र | 1979 |
महार रेजिमेंट | सागर, मध्य प्रदेश | 1941 |
मराठा लाइट इन्फेंट्री | बेलगाम, कर्नाटक | 1768 |
मद्रास रेजिमेंट | वेलिंगटन, उधगमंडलम | 1758 |
बिहार रेजिमेंट | दानापुर छावनी, पटना, बिहार | 1941 |
पैराशूट रेजिमेंट | बैंगलोर, कर्नाटक | 1945 |
पंजाब रेजिमेंट | रामगढ़ छावनी, झारखंड | 1761 |
नागा रेजिमेंट | रानीखेत, उत्तराखंड | 1970 |
द ग्रेनेडियर | जबलपुर, मध्य प्रदेश | 1778 |
डोगरा रेजिमेंट | फैजाबाद, उत्तर प्रदेश | 1877 |
जाट रेजिमेंट | बरेली, उत्तर प्रदेश | 1795 |
जम्मू कश्मीर लाइट इन्फेंट्री | अवंतीपुर, जम्मू और कश्मीर | 1947 |
जम्मू कश्मीर राइफल्स | जबलपुर, मध्य प्रदेश | 1821 |
गार्ड ब्रिगेड | कम्पटी, महाराष्ट्र | 1949 |
गढ़वाल राइफल्स | लांसडाउन, उत्तराखंड | 1887 |
कुमाऊं रेजिमेंट | रानीखेत, उत्तराखंड | 1813 |
असम रेजिमेंट | शिलांग, मेघालय | 1941 |
अरुणाचल स्काउट्स | शिलांग, मेघालय | 2010 |
11 गोरखा राइफल्स | लखनऊ, उत्तर प्रदेश | 1918 |
9 गोरखा राइफल्स | वाराणसी, उत्तर प्रदेश | 1817 |
8 गोरखा राइफल्स | शिलांग, मेघालय | 1824 |
5 गोरखा राइफल्स (फ्रंटियर फोर्स) | शिलांग, मेघालय | 1858 |
4 गोरखा राइफल्स | सबाथु, हिमाचल प्रदेश | 1857 |
3 गोरखा राइफल्स | वाराणसी, उत्तर प्रदेश | 1815 |
1 गोरखा राइफल्स (मालाओं रेजिमेंट) | सबाथु, हिमाचल प्रदेश | 1815
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भारतीय सेना मे सभी पदों की सूची
- फ़ील्ड मार्शल
- जनरल(यह थलसेना अध्यक्ष का पद है)
- लेफ्टिनेंट – जनरल
- मेजर – जनरल
- ब्रिगेडियर
- कर्नल
- लेफ्टिनेंट – कर्नल
- मेजर
- कप्तान (कैप्टन)
- लेफ्टिनेंट
- सेकंड लेफ्टिनेंट2
- सूबेदार मेजर
- सूबेदार
- सूबेदार मेजर
- सूबेदार
- नायब सूबेदार
- रेजीमेंट हवलदार मेजर2
- रेजीमेंट क्वार्टरमास्टर हवलदार मेजर2
- कंपनी हवलदार मेजर
- कंपनी क्वार्टरमास्टर हवलदार मेजर
- हवलदार
- नायक
- लांसनायक
- सिपाही
भारत के सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की सूची, राजधानी, जनसंख्या, स्थापना…
भारतीय थल सेना की संरचना
भारतीय थल सेना को 7 कमानों मे बाटा गया है।
1:- केन्द्रीय कमान
2:- पूर्वी कमान
3:- उत्तरी कमान
4:- दक्षिणी कमान
5:- दक्षिण पश्चिमी कमान
6:- पश्चिमी कमान
7:- सेना प्रशिक्षण कमान
भारतीय थल सेना के अब तक सभी अध्यक्षों की सूची ( List of all Army chief of India)
भारतीय थलसेनाध्यक्षों की सूची | भारतीय थल सेना अध्यक्ष का कार्यकाल |
जनरल महाराज राजेंद्र सिंहजी | 01 अप्रैल 1955 – 14 मई 1955 |
जनरल एस.एम. श्रीनागेश | 15 मई 1955 – 7 मई 1957 |
जनरल के.एस. थिमैया | 08 मई 1957 – 7 मई 1961 |
जनरल आर.एन. थापर | 08 मई 1961 – 19 नवंबर 1962 |
जनरल जे.एन. चौधरी | 20 नवंबर 1962 – 7 जून 1966 |
जनरल पी.पी. कुमारमंगलम | 08 जून 1966 – 7 जून 1969 |
जनरल एस.एच.एफ.जे. मानेकशा | 08 जून 1969 – 31 दिसंबर 1972 |
फील्ड मार्शल एस.एच.एफ.जे. मानेकशा | 01 जनवरी 1973 – 14 जनवरी 1973 |
जनरल जी.जी. बेवूर | 15 जनवरी 1973 – 31 मई 1975 |
जनरल टी.एन. रैना | 01 जून 1975 – 31 मई 1978 |
जनरल ओ.पी. मलहोत्रा | 01 जून 1978 – 31 मई 1981 |
जनरल के.वी. कृष्णाराव | 01 जून 1981 – 31 जुलाई 1983 |
जनरल ए.एस. वैद्य | 01 अगस्त 1983 – 31 जनवरी 1986 |
जनरल के. सुंदरजी | 01 फरवरी 1986 – 30 अप्रैल 1988 |
जनरल वी.एन. शर्मा | 01 मई 1988 – 30 जून 1990 |
जनरल एस.एफ. रोड्रिग्स | 01 जुलाई 1990 – 30 जून 1993 |
जनरल बी.सी. जोशी | 01 जुलाई 1993 – 18 नवंबर 1994 |
जनरल एस. राय चौधरी | 22 नवंबर 1994 – 30 सितंबर 1997 |
जनरल वी.पी. मलिक | 01 अक्टूबर 1997 – 30 सितंबर 2000 |
जनरल एस. पद्मनाभन | 30 सितंबर 2000 – 31 दिसंबर 2002 |
जनरल जे.जे. सिंह | 01 फरवरी 2005 – 30 सितंबर 2007 |
जनरल दीपक कपूर | 30 सितंबर 2007-30 मार्च 2010 |
जनरल वीके सिंह | 31 मार्च 2010 – 31 मई 2012 |
जनरल बिक्रम सिंह | 01 जून 2012 से 31 जुलाई 2014 |
जनरल दलबीर सिंह सुहाग | 31 जुलाई 2014 – 31 दिसंबर 2016 |
जनरल बिपिन रावत | 31 दिसंबर 2016 – 31 दिसंबर 2019 |
जनरल मनोज मुकुंद नरवाने | 31 दिसंबर 2019 – अब तक |
विभिन्न परीक्षाओं मे पूछे गए भारतीय सेना से संबंधित प्रश्न उत्तर
1:- जल, थल और वायु सेना का मुख्यालय कहाँ पर स्थित है?
नई दिल्ली
2:- स्वतंत्र भारत के प्रथम रक्षा मंत्री कौन थे?
बलदेव सिंह
3:- भारतीय नौसेना का पहला नाम क्या था?
रॉयल इंडिया मरीन
4:- आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज कहाँ पर स्थापित है?
पुणे मे
5:- भारतीय वायु सेना मे मार्शल की पदवी प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति कौन थे?
अर्जन सिंह
6:- राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) की स्थापना कब हुई थी?
1948 मे
7:- भारतीय थल सेना दिवस कब मनाया जाता है?
15 जनवरी
8:- विश्व भ्रमण करने वाला भारतीय नौसेना का पहला पोत कौन सा था?
INS तरंगिणी
9:- परमवीर चक्र प्राप्त करने वाले प्रथम व्यक्ति कौन थे?
मेजर सोमनाथ शर्मा
10:- भारत का पहला पनडुब्बी संग्रहालय कहाँ पर स्थापित किया गया है?
विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश)
11:- भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ (CDS) कौन है?
जनरल विपिन रावत
आज के इस article के माध्यम से हमने आज के भारतीय थल सेना और भारतीय थल सेना अध्यक्ष 2020 के बारे मे विस्तार से जाना। आशा है कि Bhartiya Thal Sena Information in Hindi – भारतीय थल सेना | GK का यह article आपके लिए helpful रहा होगा। अगर आपको यह article पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर share कीजिए।
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