Hello दोस्तों आज के इस आर्टिकल मे हम भारत रत्न के बारे मे डिस्कस करेंगे। जैसा की आप सब लोग जानते है कि आजकल भारत रत्न से संबंधित सभी competitive exams मे पूछा जा रहा है। इसलिये हमारे लिए भारत रत्न और 1954 से 2020 तक सभी भारत रत्न विजेताओं की पूरी जानकारी | GK को पढ़ना बहुत जरूरी है। साथ ही इस Article मे आपको Bharat Ratna Winners List in Hindi भी प्रदान की जाएगी।
भारत रत्न और भारत रत्न विजेताओं की जानकारी UPSC, SSC, State Services, NDA, CDS, Railways, Bank और Entrance Exam की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए काफी उपयोगी है।
भारत रत्न क्या है?
भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल के क्षेत्र मे दिया जाता है। इस सम्मान की शुरुआत 2 जनवरी 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी।
प्रारम्भ में इस सम्मान को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं था, लेकिन 1955 में इस प्रावधान को जोड़ा गया तत्पश्चात् 13 व्यक्तियों को यह सम्मान मरणोपरांत प्रदान किया गया। सुभाष चन्द्र बोस को घोषित सम्मान वापस लिए जाने के उपरान्त मरणोपरान्त सम्मान पाने वालों की संख्या 12 मानी जा सकती है। एक वर्ष में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है।
उल्लेखनीय योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले सम्मानों में भारत रत्न के पश्चात् क्रमशः पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री हैं। श्री सचिन तेंदुलकर जी एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन को भारत रत्न प्राप्त हुआ है और वह भारत रत्न प्राप्त करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति भी हैं।
भारत रत्न पुरस्कार की शुरुआत 1954 में शुरु हुई थी। सबसे पहला पुरस्कार प्रसिद्ध वैज्ञानिक चंद्र शेखर वेंकटरमन को दिया गया था तब से अनेक विशिष्ट जनों को अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता पाने के लिए यह पुरस्कार प्रस्तुत किया गया है। वास्तव में हमारे पूर्व राष्ट्रपति, डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम को भी यह प्रतिष्ठित पुरस्कार 1997 मे दिया गया था।
यह पुरस्कार स्वाभाविक रूप से भारतीय नागरिक बन चुकी एग्नेस गोंखा बोजाखियू, जिन्हें हम मदर टेरेसा के नाम से जानते है और दो अन्य गैर-भारतीय – खान अब्दुल गफ्फार खान और नेल्सन मंडेला को भी मिल चूका है।
1992 में नेताजी सुभाषचन्द्र बोस को भारत रत्न से मरणोपरान्त सम्मानित किया गया था, लेकिन उनकी मृत्यु विवादित होने के कारण पुरस्कार के मरणोपरान्त स्वरूप को लेकर प्रश्न उठाया गया था। इसीलिए भारत सरकार ने यह सम्मान वापस ले लिया।
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भारत रत्न का आकार
इस सम्मान के पदक का डिजाइन 35 मिमि. गोलाकार स्वर्ण मैडल होता है। जिसमें सामने सूर्य बना था, ऊपर हिन्दी में भारत रत्न लिखा था और नीचे पुष्प हार था। और पीछे की तरफ़ राष्ट्रीय चिह्न और मोटो था। लेकिन बाद मे इस पदक के डिज़ाइन को बदल कर तांबे के बने पीपल के पत्ते पर प्लेटिनम का चमकता सूर्य बना दिया गया। जिसके नीचे चाँदी में लिखा रहता है “भारत रत्न” और यह सफ़ेद फीते के साथ गले में पहना जाता है।
1954 से 2020 तक भारत रत्न प्राप्त करने वाले लोगों की सूची
क्रम | वर्ष | नाम | जीवनकाल |
1. | 1954 | डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन | 1888- 1975 |
2. | 1954 | चक्रवर्ती राजगोपालाचारी | 1878-1972 |
3. | 1954 | डॉक्टर चन्द्रशेखर वेंकटरमण | 1888-1970 |
4. | 1955 | डॉक्टर भगवान दास | 1869- 1958 |
5. | 1955 | सर डॉ॰ मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या | 1861- 1962 |
6. | 1955 | पं. जवाहर लाल नेहरु | 1889- 1964 |
7. | 1957 | गोविंद वल्लभ पंत | 1887- 1961 |
8. | 1958 | डॉ॰ धोंडो केशव कर्वे | 1858- 1962 |
9. | 1961 | डॉ॰ बिधन चंद्र रॉय | 1882- 1962 |
10. | 1961 | पुरूषोत्तम दास टंडन | 1882- 1962 |
11. | 1962 | डॉ॰ राजेंद्र प्रसाद | 1884- 1963 |
12. | 1963 | डॉ॰ जाकिर हुसैन | 1897- 1969 |
13. | 1963 | डॉ॰ पांडुरंग वामन काणे | 1880- 1972 |
14. | 1966 | लाल बहादुर शास्त्री | 1904- 1966 (मरणोपरान्त) |
15. | 1971 | इंदिरा गाँधी | 1917- 1984 |
16. | 1975 | वराहगिरी वेंकट गिरी | 1894- 1980 |
17. | 1976 | के. कामराज | 1903- 1975 (मरणोपरान्त) |
18. | 1980 | मदर टेरेसा | 1910- 1997 |
19. | 1983 | आचार्य विनोबा भावे | 1895- 1982 (मरणोपरान्त) |
20. | 1987 | खान अब्दुल गफ्फार खान | 1890- 1988 (पहले गैर-भारतीय) |
21. | 1988 | एम जी आर (श्री मारुदुर गोपालन रामचंद्रन) | 1917- 1987 (मरणोपरान्त) |
22. | 1990 | बाबा साहेब डॉ॰ भीमराव रामजी अंबेडकर | 1891- 1956 (मरणोपरान्त) |
23. | 1990 | नेल्सन मंडेला | 1918- 2003 (दूसरे गैर-भारतीय) |
24. | 1991 | राजीव गांधी | 1944- 1991 (मरणोपरान्त) |
25. | 1991 | सरदार वल्लभ भाई पटेल | 1875- 1950 (मरणोपरान्त) |
26. | 1991 | मोरारजी देसाई | 1896- 1995 |
27. | 1992 | मौलाना अबुल कलाम आज़ाद | 1888- 1958 (मरणोपरान्त) |
28. | 1992 | जे आर डी टाटा | 1904- 1993 |
29. | 1992 | सत्यजीत रे | 1921- 1992 |
30. | 1997 | अब्दुल कलाम | 1931- 2015 |
31. | 1997 | गुलजारी लाल नंदा | 1898- 1998 |
32. | 1997 | अरुणा असाफ़ अली | 1909- 1996 (मरणोपरान्त) |
33. | 1998 | एम एस सुब्बुलक्ष्मी | 1916- 2004 |
34. | 1998 | सी सुब्रामणियम | 1910- 2000 |
35. | 1998 | जयप्रकाश नारायण | 1902- 1979 (मरणोपरान्त) |
36. | 1999 | पं. रवि शंकर | 1920- 2012 |
37. | 1999 | अमृत्य सेन | 1933- |
38. | 1999 | गोपीनाथ बोरदोलोई | 1890- 1950 (मरणोपरान्त) |
39. | 2001 | लता मंगेशकर | 1929- |
40. | 2001 | उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ां | 1916- 2006 |
41. | 2008 | पं.भीमसेन जोशी | 1922- 2001 |
42. | 2014 | सी॰ एन॰ आर॰ राव | 1934- |
43. | 2014 | सचिन तेंदुलकर | 1973- |
44. | 2015 | अटल बिहारी वाजपेयी | 1924- 2018 |
45. | 2015 | महामना मदन मोहन मालवीय | 1861- 1946 (मरणोपरान्त) |
46. | 2019 | प्रणब मुखर्जी | 1935- |
47. | 2019 | भूपेन हजारिका | 1926- 2011 (मरणोपरान्त) |
48. | 2019 | नानाजी देशमुख | 1916- 2010 (मरणोपरान्त) |
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भारत रत्न मिलने के बाद मिलने वाली सुविधाएं
- वॉरंट ऑफ़ प्रिसिडेंस में मिलती है जगह
भारत रत्न पाने वाले व्यक्ति को सरकार ‘वॉरंट ऑफ़ प्रिसिडेंस ‘में जगह देती है, ये एक किस्म का प्रोटोकॉल है। जब प्रोटोकॉल को फ़ॉलो किया जाता है, तब उन्हें राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, पूर्व राष्ट्रपति, उपप्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, लोकसभा स्पीकर, कैबिनेट मंत्री, मुख्यमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता के बाद जगह मिलती है।
- फ़्री सफ़र की सुविधा
जिन्हें भारत रत्न मिल जाता है, उनके लिए रेलवे की यात्रा मुफ़्त होती है।
- किसी कार्ड पर लिख सकते हैं सम्मान का नाम
भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति अपने विज़िटिंग कार्ड पर अपने सम्मान का नाम लिख सकते हैं। मगर ‘राष्ट्रपति द्वारा भारत रत्न से सम्मानित’ या ‘भारत रत्न प्राप्तकर्ता’ ही लिख सकते हैं।
- कितने पैसे मिलते है?
भारत रत्न पाने वालों को कोई धनराशि नहीं मिलती है, सरकार की ओर से एक प्रमाणपत्र और तमगा दिया जाता है। इस तमगे पर एक सूर्य बना होता है, जबकि बैकग्राउंड में पीतल पत्ते की आकृति होती है, इस तमगे पर हिंदी में भारत रत्न लिखा होता है।
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Conclusion
आज के इस article के माध्यम से हमने भारत रत्न से संबंधित पूरी जानकारी के बारे मे विस्तार से जाना। आशा है कि भारत रत्न और 1954 से 2020 तक सभी भारत रत्न विजेताओं की पूरी जानकारी | GK का यह article आपके लिए helpful रहा होगा। अगर आपको यह article पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर share कीजिए।
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